LATEST:


बुधवार, नवंबर 11

आज किसी लड़के के शरीर के एक ही स्थान का सातवां ओपेरशोन है |

आज इतने वर्षो में मैंने पहली बार सुना है , एक लड़के के शरीर के एक ही स्थान का  सातवाँ ओपरेशन है, उसको दिल्ली के गुरु तेग बहादुर अस्पताल  में भरती किया गया है, मैंने जीवन में में बहुतों के ओपरेशन होते देखा है,ओपरेशन थियटर में गया तो कभी नहीं,हाँ ओपरेशन के समय पर  थिएटर के बहार रहा हूँ, ओपरेशन के जरिये या तो किसी अंग को प्रस्थापित किया जाता है,या अंगों को जोड़ा जाता है,लेकिन शरीर के एक ही स्थान का सातवां ओपरेशन मेरे लिए तो आश्चर्य की बात है |

  हमारे घर के नीचे एक पान की दूकान है,और उस दूकान में तीन चार लोग बदल,बदल के बैठते है,और उस दूकान पर ९५ वर्ष के अकबर अली नाम के शख्स भी बैठते है, और उनकी इस उम्र में भी चुस्ती,फुर्ती देख कर भी मुझे,आश्चर्य होता है, और उनसे मैंने एक बार पूछा था,आप इस उम्र में इतने चुस्त,दुरुस्त कैसे रहते हैं,तो  उन्होंने उत्तर दिया था ,हम सर्दियों में शिलाजीत का सेवन करतें हैं,इस कारण चुस्त रहते हैं, उन्ही के बेटे दूकान पर बदल,बदल के बैठते हैं,पर आज सुबह से ही अकबर अली दूकान पर बैठे हुए थे,में उनको आदर से अब्बा कहता हूँ, मैंने उनसे पूछा "आप दूकान पर सुबह से बैठे हो और शाम हो गयी", तब उन्होंने बताया कि लड़के का सातवां ऑपेरशन है, मैंने पूछा "सातवां?", फिर मैंने पूछा "किसका?", तो अकबर अली बोले "शौकत का", और उन्होंने ही बताया कुल्हे में घाव हो जाता हो जाता है,ओपरेशन के बाद भर जाता है,फिर वहीं घाव हो जाता है |

3 टिप्‍पणियां:

संगीता पुरी ने कहा…

शौकत की तकलीफ के बारे में जानकर बहुत बुरा लगा .. डाक्‍टर क्‍यूं कोई स्‍थायी इलाज नहीं करते ??

Urmi ने कहा…

मेरे ब्लॉग पर आने के लिए और टिपण्णी देने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया! मेरे इस ब्लॉग पर आपका स्वागत है-
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com
शौकत के बारे में सुनकर बहुत बुरा लगा! मैं भगवान से प्रार्थना कर रही हूँ ताकि उनकी तबियत जल्द से जल्द ठीक हो जाए!

Vinashaay sharma ने कहा…

धन्यवाद तमारे जी आप ने अच्छा सुझाव दिया,पूछूगाँ अकबर अली से ।

लेबल

अभी तो एक प्रश्न चिन्ह ही छोड़ा है ? (1) आत्मा अंश जीव अविनाशी (1) इन्ही त्योहारों के सामान सब मिल जुल कर रहें (1) इश्वर से इस वर्ष की प्रार्थना (1) इसके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ | (1) उस अविनाशी ईश्वर का स्वरुप है | (1) एक आशियाना जिन्दगी का (1) कब बदलोगे अपनी सोच समाज के लोगों ? (1) कहाँ गया विश्व बंधुत्व और सदभावना? (1) कहीं इस कन्या का विवाहित जीवन अंधकार मय ना हो | (1) किसी का अन्तकरण भी बदला जा सकता है (1) किसी की बात सुन कर उसको भावनात्मक सुख दिया जा सकता है | (1) कैसे होगा इस समस्या का समाधान? (1) चाहता हूँ इसके बाद वोह स्वस्थ रहे और ऑपेरशन की अवयाक्ष्ता ना पड़े | (1) जय गुरु देव की (1) जीत लो किसी का भी हिर्दय स्नेह और अपनेपन (1) डाक्टर साहब का समर्पण (1) पड़ोसियों ने साथ दिया (1) बच्चो में किसी प्रकार का फोविया ना होने दें (1) बस अंत मे यही कहूँगा परहित सम सुख नहीं | (1) बुरा ना मानो होली है | (1) मानवता को समर्पित एक लेख (1) मित्रों प्रेम कोई वासना नहीं है (1) में तो यही कहता हूँ (1) यह एक उपासना है । (1) राधे (2) राधे | (2) वाह प्रभु तेरी विचत्र लीला (1) वोह ना जाने कहाँ गयी (1) शमादान भी एक प्रकार का दान है | (1) सब का नववर्ष सब प्रकार की खुशियाँ देने वाला हो | (1) समांहुयिक प्रार्थना मैं बहुत बल है | (1)